वसंत पंचमी 2024 का रंगारंग स्वागत

वसंत ऋतु का आगमन: वसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है, जब प्रकृति नए सिरे से खिल उठती है।

सरस्वती पूजा: इस दिन विद्या और कला की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। विद्यार्थी विशेष रूप से इस दिन को महत्व देते हैं।

पीले रंग का महत्व: वसंत पंचमी पर पीला रंग प्रमुखता से होता है, जो खुशी, आशा और नई शुरुआत का प्रतीक है।

हवाई पतंग: रंग-बिरंगी पतंगें आकाश में उड़ती हैं, जो खुशी और उत्साह का वातावरण बनाती हैं।

काव्य, संगीत और कला का उत्सव: इस दिन कविता पाठ, संगीत और कला का प्रदर्शन किया जाता है, जो सरस्वती को समर्पित है।

तुलसी पूजा: इस दिन तुलसी के पौधे की भी पूजा की जाती है, जिसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है।

बसंत पंचमी की मिठाई: बेसन के लड्डू और गजक जैसी पारंपरिक मिठाइयां बनाई और खाई जाती हैं।

वसंत पंचमी की कहानियां: इस दिन वसंत ऋतु और सरस्वती से जुड़ी कहानियां सुनाई जाती हैं।

 जीवन-मूल्य: वसंत पंचमी हमें प्रकृति, कला, ज्ञान और सकारात्मकता का महत्व सिखाती है।